Friday, October 1, 2021

रिश्तों को बनाना और बनाए रखना

 

रिश्तों को बनाना और बनाए रखना,

किस्से कहानियों में उनको सजाए रखना।

वक़्त कैसा भी हो गुजर जायेगा,

बस अपनों को दिल में बसाय रखना।

 

यादों के पिटारे से कुछ लम्हे चुरा लेना,

कभी मायूस, तो कभी खुलके मुस्कुरा लेना। 

उनसे मिल सको तो अफ़सोस करना,

रिश्तों की तिजोरी में यादों के रंग भरना।

तसवीर देखना और उम्मीद बनाए रखना

रिश्तों को बनाना और बनाए रखना,

 

उचाइयां छूने को आसमान बाकी है,

देखो लफ़्ज़ों के अंदर उम्मीद झांकी है।

यादों का झोँका तुझे छूके महक जायेगा,

वक़्त जहाँ था वहीँ ठहर जायेगा।

बस तुम दरवाजे पे आँखें बिछाए रखना।

रिश्तों को बनाना और बनाए रखना,

 

हम उनके है और वो हमारे हैं,

ये रिश्ते जनाब कितने सहज और प्यारे हैं।

पूरी उम्र भी हो, एक लम्हा हसीन ही सही,

रिश्तों की चाशनी मीठी या नमकीन ही सही।

बस जुबां से चखना और मिठास बनाए रखना।

रिश्तों को बनाना और बनाए रखना,

 

अपने हैं तो रिश्ते हैं, रिश्ते हैं तो अपने हैं,

कितने खूबसूरत, कितने सुनहरे ये सपने हैं।

अपनों को, इन सपनो को सजाये रखना,

खुद को इन बंधनों में उलझाए रखना।

हो रोशन ऐसी समां जलाये रखना,

रिश्तों को बनाना और बनाए रखना।

 

अमित बृज किशोर खरे 'कसक'

Insta ID: @amitbkkhre and @kasakastory





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